Pic Credit:-Amar Ujala
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Dussehra में यहां पर रावण को शराब की बोतल और बकरे का खून चढ़ाते हैं और पूजा भी करते है
Dussehra में यहां पर रावण को शराब की बोतल और बकरे का खून चढ़ाते हैं और पूजा भी करते है
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पंजाब में एक ऐसा ही छोटा गांव भी है, जहां दशहरे के दिन पर रावण को जलाया नहीं जाता
पंजाब में एक ऐसा ही छोटा गांव भी है, जहां दशहरे के दिन पर रावण को जलाया नहीं जाता
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बल्कि रावण की धूम धाम से पूजा की जाती है
बल्कि रावण की धूम धाम से पूजा की जाती है
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यह गांव जो है वो लुधियाना जिले के पायल कस्बे में है
यह गांव जो है वो लुधियाना जिले के पायल कस्बे में है
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लगभग 189 साल पहले से यह परंपरा इस छोटे से गांव में शुरू हुई।
लगभग 189 साल पहले से यह परंपरा इस छोटे से गांव में शुरू हुई।
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और आज भी वहा के लोग इसको धूम धाम से मनाते है
और आज भी वहा के लोग इसको धूम धाम से मनाते है
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यहाँ पर दशहरे के दिन रावण को शराब की बोतल और साथ में बकरे के खून से पूजा की जाती है।
यहाँ पर दशहरे के दिन रावण को शराब की बोतल और साथ में बकरे के खून से पूजा की जाती है।
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यहाँ पर रावण की पूजा की आस्था पुत्र जन्म से जुड़ी हुई हैं
यहाँ पर रावण की पूजा की आस्था पुत्र जन्म से जुड़ी हुई हैं
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एक बार कुछ शरारती लोगों ने जब रावण की मूर्ति तोड़ दी,
एक बार कुछ शरारती लोगों ने जब रावण की मूर्ति तोड़ दी,
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तो श्रीलंका की प्रधानमंत्री की सिफारिश पर फिरसे इसे फिरसे लगाया गया।
तो श्रीलंका की प्रधानमंत्री की सिफारिश पर फिरसे इसे फिरसे लगाया गया।